आजादी के 75 वर्षो बाद ग्राम छिन्दौला पहुंची बिजली की रौशनी, आदिवासी कमार जनजाति के लोग खुशी में झुम उठे, CM के प्रति जताया आभार

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 गरियाबंद। गरियाबंद जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र के दुरस्थ वनांचल में बसा ग्राम छिन्दौला में आजादी के 75 वर्षो बाद बिजली की रौशनी पहुचने से ग्रामीण खुशी में झुम उठे बिजली का बल्ब जलते ही ग्रामीणों की वर्षो पुरानी मुराद पुरी हो गई यहा ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नही रहा ग्रामीण बिजली के बल्ब जलते ही नाच उठे और छत्तीसगढ प्रदेश के CM विष्णुदेव साय के प्रति ग्रामीणो ने आभार व्यक्त करते हुए कहा कि अब छत्तीसगढ के CM विष्णुदेव साय के बनने के पांच माह के भीतर ही हमारे इस गांव में बिजली की रौशनी पहुचा दिया है तो इस बिजली का शुभारंभ भी CM विष्णुदेव साय के हाथों से किए जाने की मांग ग्रामीणो ने किए हैं ग्रामीणों ने CM विष्णुदेव साय को समाचार के माध्यम से गांव में बिजली की शुभारंभ करने के लिए आमंत्रण दिया है।

तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 19 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत दबनई के आश्रित ग्राम छिन्दौला की जनसंख्या लगभग 400 के आसपास है और यहा विशेष पिछडी आदिवासी कमार जनजाति के लोग निवास करते है, विशेष पिछडी कमार जनजाति के विकास और उत्थान के लिए राज्य व केन्द्र सरकार द्वारा अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं का संचालन किया जा रहा है, गांव में कुछ वर्ष पहले पहुचने के लिए पक्की डामरीकरण सडक का निर्माण भी हो चुका है और यहा के ग्रामीण बिजली लगाने की मांग को लेकर कई बार धरना प्रदर्शन के साथ जिला कार्यालय पहुचकर आवेदन दे देकर थक चुके थे. छत्तीसगढ में अब आदिवासी CM विष्णुदेव साय के बनने के बाद आदिवासी ग्रामीण क्षेत्र के लोगो में विकास को लेकर उम्मीद की किरण जगी है और पिछले तीन माह पूर्व जनमन योजना के तहत विशेष पिछडी कमार जनजाति समाज के विकास और उत्थान के लिए कमार विकास अभिकरण द्वारा गांव गांव शिविर लगाकर गांवो के समस्याओं के समाधान के लिए राज्य सरकार को भेजा गया है, इस गांव के लोगो ने प्रमुखता के साथ गांव में बिजली लगाने की मांग किया था.

जिसके बाद पिछले दो माह से इस गांव में बिजली लगाने के लिए दिनरात मेहनत किया गया है और एक सप्ताह तक बकायदा ट्रायल भी किया गया घनघोर जंगल के भीतर बसे होने के कारण इस गांव तक बिजली पहुचाने किसी चुनौती से कम नही था बावजूद इसके छत्तीसगढ के संवदेनशील भाजपा सरकार ने आदिवासी कमार जनजाति के समस्याओं को देखते हुए इस गांव में बिजली की रौशनी पहुचा दी है और गांव में बिजली के रौशनी पहुचने के बाद जैसे ही घरो में बल्ब जला ग्रामीणों की खुशी का ठिकाना नही था ग्रामीण खुशी ने नाच उठे।

ग्राम छिन्दौला के ग्रामीण कंवलसिंह, जगतराम, सखाराम, फगनुराम, रामबती,बिसाहीन बाई, देवली बाई एंव ग्रामीणों ने बताया कि हम लोग वर्षो से गांव में बिजली लगाने की मांग कर रहे थे इस गांव में 40 से 50 घर है अब सब घरो में बिजली लग गया है और ग्रामीणों को बिजली लगने से भारी सुविधा मिलेगी ग्रामीणों ने इसके लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया हैं।

 

स्कूली बच्चों को अब बल्ब की रौशनी में पढाई करने का मिलेगा लाभ
ज्ञात हो कि ग्राम छिन्दौला में आदिवासी एंव कमार जनजाति के बच्चों के लिए लगभग 35 वर्षो से आदिवासी बालक आश्रम का संचालन किया जा रहा है, अब बिजली लग जाने से इस गांव के साथ साथ इस आश्रम में पढाई करने वाले बच्चो को रात के अंधेरे में चिमनी और लालटेन की रौशनी से मुक्ति मिलेगी साथ ही पढाई करने के लिए बिजली का बल्ब का लाभ मिलेगा।

मोबाईल चार्ज और शादी विवाह में होती थी परेशानी

ग्रामीणों ने बताया कि बदलते युग में भी यहा के ग्रामीणों को मोबाईल चार्ज करने के लिए यहा से दुसरे गांव जाना पडता था अब बिजली लग जाने से गांव में मोबाईल का चार्ज हो जायेगा साथ ही शादी, विवाह, तथा अन्य धार्मिक, सामाजिक कार्यक्रम करने में आसानी होगी।

ग्राम पंचायत दबनई के सरपंच घनश्याम नागेश ने बताया कि वर्षो से ग्रामीणों द्वारा छिन्दौल में बिजली लगाने की मांग किया जा रहा था अब बिजली लग जाने से ग्रामीणों को भारी सुविधा मिलेगी ग्रामीणों ने छत्तीसगढ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से मांग किया है कि उनके हाथो से बिजली का उदघाटन किया जाये जिससे इस गांव और क्षेत्र को विकास का और लाभ मिलेगा

क्या कहते है बिजली विभाग के जिला अधिकारी

गरियाबंद बिजली विभाग के जिला अधिकारी अतुल कुमार ने बताया कि ग्राम छिन्दौला में बिजली की रौशनी पहुच गई है और यहा 30 से 35 घरो में बिजली का कनेक्शन दिया जा चुका है, उन्होने बताया कि और भी गांवो में सर्वे किया गया है बिजली गांव तक पहुचाने लगातार विभाग द्वारा प्रयास किया जा रहा है।


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