अकलतरा नगर पालिका परिषद की अध्यक्ष रोहित दीप्ति सारथी ने शुक्रवार को आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्य नगर पालिका अधिकारी (CMO) पर तीखे और गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नगर में जनता के जनादेश को योजनाबद्ध ढंग से निष्प्रभावी किया जा रहा है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि प्रशासनिक तंत्र जनप्रतिनिधि को पंगु बनाकर मनमानी शासन प्रणाली चला रहा है।
प्रेसवार्ता में अध्यक्ष ने कहा कि वे निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में जनता के प्रत्यक्ष समर्थन से निर्वाचित हुई हैं। नगरवासियों द्वारा सौंपे गए विश्वास को निभाने के लिए उन्होंने कार्यों की गुणवत्ता, पारदर्शिता और जनहित को प्राथमिकता देने का प्रयास किया, लेकिन CMO द्वारा हर स्तर पर अवरोध खड़े किए जा रहे हैं।
अध्यक्ष का आरोप है कि CMO एक सीमित ठेकेदार समूह के हितों की रक्षा में संलग्न हैं और नगरहित के कार्यों में जानबूझकर प्रशासनिक सहयोग नहीं दिया जा रहा। जब स्वार्थपूर्ण दबाव सफल नहीं हुआ, तो प्रताड़ना, मानसिक दबाव और परिषद स्तर पर अपमानजनक व्यवहार का सहारा लिया गया। परिषद की बैठकों में हुए दुर्व्यवहार पर भी CMO द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई, जो उनकी मंशा को उजागर करता है।
प्रेसवार्ता में अध्यक्ष ने पूर्व में उजागर हुए गौण खनिज प्रकरण का उल्लेख करते हुए कहा कि इस भ्रष्टाचार को विधानसभा में अकलतरा विधायक राघवेन्द्र कुमार सिंह द्वारा उठाए जाने के बाद संबंधित अधिकारी और कर्मचारी निलंबित हुए तथा एफआईआर के आदेश जारी हुए थे। इसके बावजूद आज भी अधिकारी निर्भीक होकर नियमों को ताक पर रखकर कार्य कर रहे हैं, जिससे यह प्रश्न उठता है कि संरक्षण किस स्तर से प्राप्त है।
अध्यक्ष रोहित दीप्ति सारथी ने बताया कि उन्होंने कलेक्टर सहित नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराया, किंतु अब तक कोई ठोस हस्तक्षेप नहीं हुआ। उन्होंने इसे प्रशासनिक उदासीनता और जनतंत्र के प्रति असंवेदनशीलता करार दिया।
अंत में अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि उनके लिए पद नहीं, जनता सर्वोपरि है। यह प्रेसवार्ता चेतावनी है कि यदि जनादेश के साथ यह दमन जारी रहा, तो नगरवासी इसे चुपचाप स्वीकार नहीं करेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि नगर को ठेकेदार-प्रभावित तंत्र से मुक्त कर पारदर्शी और जवाबदेह व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, ताकि अकलतरा वास्तव में स्वच्छ, सुंदर और सुविधापूर्ण नगर बन स



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