मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर मां सर्वमंगला मन्दिर घाट में हसदेव आरती का हुआ भव्य आयोजन

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०मुख्य यजमान रामसिंह अग्रवाल ने समिति द्वारा किए गए आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की, भविष्य में तन-मन-धन से सहयोग का दिया आश्वासन

०विशिष्ट यजमानों ने भी नदी संरक्षण अभियान और नमामि हसदेव समिति की पर्यावरण चेतना पहल को सराहा

कोरबा। जिले की जीवनदायिनी हसदेव नदी और उसके तटों के संरक्षण को समर्पित नमामि हसदेव सेवा समिति द्वारा मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अवसर पर दिनांक 4 दिसंबर 2025, दिन- गुरुवार को मां सर्वमंगला मंदिर घाट में हसदेव आरती का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान काफी संख्या में श्रद्धालु, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और आम नागरिक शामिल हुए। श्रद्धालुओं ने दीप प्रज्ज्वलित कर हसदेव नदी की स्वच्छता व संरक्षण का संकल्प लिया। कार्यक्रम स्थल पर सकारात्मक ऊर्जा, आध्यात्मिक वातावरण और पर्यावरण चेतना का अद्भुत संगम देखने को मिला।

कार्यक्रम के मुख्य यजमान, भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी, कोरबा के चेयरमेन श्री रामसिंह अग्रवाल ने पूरे आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि नमामि हसदेव सेवा समिति द्वारा की जा रही जनजागरण की यह पहल न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी है, बल्कि समाजहित में एक अत्यंत आवश्यक सत्कार्य भी है। श्री अग्रवाल ने भविष्य में समिति द्वारा किए जा रहे इस तरह के आयोजन की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए भविष्य में तन-मन-धन से सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि हसदेव जैसी जीवनदायिनी नदी को बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है और वे इस मुहिम को और मजबूत करने के लिए सदैव आगे रहेंगे।

०विशिष्ट यजमानों ने भी की मुक्तकंठ से प्रशंसा

कार्यक्रम में उपस्थित विशिष्ट यजमानों श्री रणधीर सिंह (प्राचार्य, शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, साडा कोरबा), श्रीमती मीना अदलखा, श्री यशवंत कौशिक (सचिव, जिला ऑटो संघ, कोरबा) ने भी आयोजन की उत्कृष्ट व्यवस्था, सामूहिक सहभागिता और नदी संरक्षण जैसे गंभीर मुद्दे को सशक्त रूप में उठाने के लिए समिति के पहल की मुक्त कंठ से प्रशंसा की।

शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय साडा के प्राचार्य श्री रणधीर सिंह ने कहा कि नमामि हसदेव सेवा समिति का यह भव्य आयोजन समाज में पर्यावरण चेतना जागृत करने का अनुकरणीय उदाहरण है। उन्होंने हसदेव आरती की उत्कृष्ट व्यवस्था और जनसहभागिता की सराहना करते हुए इसे सांस्कृतिक व सामाजिक दायित्वों का सुंदर संगम बताया। उन्होंने आशा व्यक्त की कि समिति की यह सकारात्मक पहल आने वाली पीढिय़ों को भी जल संरक्षण और नदी संवर्धन की दिशा में प्रेरित करती रहेगी। सभी विशिष्ट यजमानों ने एक स्वर में कहा कि इस प्रकार की पहल समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक बनाती है और आने वाली पीढिय़ों के लिए सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करती है।

० हसदेव नदी के संरक्षण के प्रति बढ़ता जनसंकल्प

 समिति ने शहरवासियों, सामाजिक संगठनों और श्रद्धालुओं का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि जनसहभागिता ही हसदेव नदी को पुनर्जीवित करने का सबसे प्रभावी मार्ग है। इसी सहयोग से ‘दर्री बाँध से कुदूरमाल पुल तक रिवर फ्रंट निर्माण अभियान ’ लगातार मजबूत होता जा रहा है। समिति द्वारा नियमित रूप से आयोजित की जाने वाली यह आरती अब नदी संरक्षण आंदोलन का सशक्त प्रतीक बन चुकी है। नदी की स्वच्छता, तटों के सौन्दर्यीकरण तथा पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु समिति की यह पहल समाज में सकारात्मक प्रभाव पैदा कर रही है।

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