एमसीबी। मंज़िलें उन्हीं को मिलती हैं जिनके सपनों में जान होती है, पंखों से से कुछ नही होता हौसलों से उड़ान होती है। इस कथन को चरितार्थ कर दिखाया है एमसीबी जिले के मनेन्द्रगढ़ में रहने वाली 71 वर्षीय वरिष्ठ एथलीट शकुंतला सिंह ने। उम्र को महज़ एक आंकड़ा मानते हुए उन्होंने यह सिद्ध कर दिया है कि खेल के प्रति सच्चा जज़्बा कभी कम नहीं होता।
शकुंतला सिंह ने अपने सेवाकाल के दौरान विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अनेक पुरस्कार अर्जित किये। सेवानिवृत्ति के बाद भी उनका खेलों से जुड़ाव बना रहा और उन्होंने नियमित अभ्यास के माध्यम से अपनी फिटनेस और प्रदर्शन को लगातार बेहतर किया। हाल ही में 5 से 9 नवंबर 2025 के बीच चेन्नई में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एथलेटिक्स प्रतियोगिता में उन्होंने जैवलिन थ्रो और हैमर थ्रो स्पर्धाओं में हिस्सा लेते हुए एशिया स्तर पर सातवां स्थान प्राप्त कर जिले और प्रदेश को गौरवान्वित किया। इसके बाद 7 दिसंबर 2025 को हैदराबाद में आयोजित सातवीं सीनियर सिटीजन ओपन एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए जैवलिन थ्रो में प्रथम स्थान और हैमर थ्रो में तृतीय स्थान हासिल किया। इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ से लगभग 200 से अधिक प्रतिभागियों सहित विश्व के 24 देशों के खिलाड़ी शामिल हुए थे जिससे उनकी यह उपलब्धि और भी उल्लेखनीय बन गई।
अपनी सफलता के बाद बातचीत के दौरान शकुंतला सिंह ने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद भी खेल के प्रति उनका उत्साह पहले जैसा ही है लेकिन शासन और प्रशासन की ओर से वरिष्ठ खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिये पर्याप्त संसाधन और सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जातीं जिसके कारण कई प्रतिभाएं आगे नहीं बढ़ पातीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि यदि सीनियर खिलाड़ियों को भी प्रशिक्षण, उपकरण और प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए सहयोग प्रदान किया जाये तो वे देश और प्रदेश का नाम राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और अधिक रोशन कर सकते हैं।
शकुंतला सिंह की यह उपलब्धि ना केवल मनेन्द्रगढ़ बल्कि पूरे एमसीबी जिले के लिए गर्व का विषय है और यह साबित करती है कि हौसले बुलंद हों तो उम्र कभी बाधा नहीं बनती।

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