आज 22 नवंबर, 2025 शनिवार, के दिन मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि है. इसके देवता विवादेव होते हैं. इस दिन चंद्रमा का दर्शन शुभ माना जाता है. शादी, वेडिंग रिंग की खरीदी और देवताओं की स्थापना के लिए यह तिथि शुभ होती है. किसी भी तरह के तकरार या विवाद के लिए यह तिथि अच्छी नहीं मानी जाती है.
22 नवंबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : मार्गशीर्ष
- पक्ष : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- दिन : शनिवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष द्वितीया
- योग : सुकर्म
- नक्षत्र : ज्येष्ठा
- करण : कौलव
- चंद्र राशि : वृश्चिक
- सूर्य राशि : वृश्चिक
- सूर्योदय : सुबह 06:57 बजे
- सूर्यास्त : शाम 05:53 बजे
- चंद्रोदय : सुबह 08.39 बजे
- चंद्रास्त : शाम 06.44 बजे
- राहुकाल : 09:41 से 11:03
- यमगंड : 13:47 से 15:09
इस नक्षत्र में शुभ कार्य है वर्जित
आज के दिन चंद्रमा वृश्चिक राशि और ज्येष्ठा नक्षत्र में रहेंगे. यह नक्षत्र वृश्चिक राशि में ही 16:40 से 30:00 डिग्री तक फैला हुआ है. इसके शासक ग्रह बुध और देवता इंद्र हैं. इसे शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता है, लेकिन युद्ध संबंधी कार्यों की योजना बनाने, तांत्रिक कार्य करने के साथ किसी विवाद या तर्क की तैयारी के लिए यह नक्षत्र अच्छा है. हालांकि इस नक्षत्र में शुभ काम वर्जित है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 09:41 से 11:03 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.

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