रायपुर। प्रदेश में भाजपा के सत्ता में काबिज होने के बाद से भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो रायपुर (एसीबी) ने कई रिश्वतखोरों को जेल की सलाखों के पीछे भेजा। फरवरी से अब तक लगभग 25 रिश्वतखोरों को एसीबी की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा, जिनमें एसडीएम, पटवारी, पंचायत सचिव, थाना प्रभारी और सरपंच आदि शामिल हैं। जबकि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के पांच वर्ष के कार्यकाल में मात्र तीन रिश्वतखोरों पर कार्रवाई हुई थी। इसके अलावा एबीसी और (आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो) ईओडब्ल्यू की टीम कोयला, शराब व महादेव सट्टा एप पर भी कार्रवाई कर रही है।
बदली गई थी पूरी टीम
प्रदेश में भाजपा सरकार बनने के बाद एसीबी और ईओडब्ल्यू की पूरी टीम बदल दी गई थी। डीआइजी और एसपी को पुलिस मुख्यालय भेज दिया गया है। इसके बाद एसीबी की जिम्मेदारी अमरेश मिश्रा को दी गई। सभी जिलों में टीम काम कर रही है। मुख्यालय में शिकायत मिलने के बाद टीम उन्हें ट्रेप करती है। फिर रिश्वतखोरों को रंगे हाथों पकड़ती है। संपत्ति की भी जांच एसीबी ने जिन अधिकारियों की गिरफ्तारी रिश्वत लेते की है, उनके आय से अधिक की संपत्ति की भी जांच की जा रही है। संपत्ति अधिक पाए जाने पर उन पर अलग से कार्रवाई होगी
एक लाख की रिश्वत के साथ दबोचा : पहला केस
बोडला जनपद पंचायत के सहायक लेखाधिकारी नरेंद्र कुमार राउतकर को एक लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़ा गया। मोती बैगा ने शिकायत की थी कि पत्नी कुकरापानी की सरपंच है, पंचायत को आंगनबाड़ी भवन कार्य के लिए 11.69 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। बिल पास कराने के लिए सहायक लेखाधिकारी ने रुपये की मांगी थी।
महिला उप-पंजीयक को रिश्वत लेते पकड़ा : दूसरा केस
बता दें कि, बीतें दिनों महासमुंद जिले के सरायपाली में उप-पंजीयक पुष्पलता लिली बेग को पकड़ा गया। वहीं सहयोगी शत्रुधन ताडी को भी पकड़ा गया। पीड़ित वीरेंद्र पटेल ने शिकायत की थी कि उनसे दान की पांच एकड़ जमीन की रजिस्ट्री के एवज में उप पंजीयक ने 11 हजार रुपये रजिस्ट्री शुल्क के अलावा 26 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
शिक्षा विभाग का बाबू घूस लेते दबोचा गया : तीसरा केस
रायगढ़ में एसीबी ने शिक्षा विभाग के बाबू ओमप्रकाश नवरतन को रिश्वत लेते पकड़ा गया। शिक्षक ओमेंद्र सिंह चौहान ने एसीबी बिलासपुर में शिकायत की गई थी। पत्नी के सिर के आपरेशन के इलाज का लगभग चार लाख रुपये का मेडिकल बिल पिछले तीन माह से लंबित था। इसे पारित कराने के लिए कर्मचारी ओमप्रकाश 25 हजार रुपये की मांग कर रहा था।
महिला थाना प्रभारी रिश्वत लेते गिरफ्तार : चौथा केस
रायपुर की थाना प्रभारी वेदवती दरियो को एसीबी ने घूस लेते पकड़ था, उसे 20 हजार रुपये लेते हुए थाने से गिरफ्तार किया गया था। दहेज प्रताड़ना का प्रकरण दर्ज करने के लिए पीड़िता से रुपये मांगे थे। इसके बाद महिला ने एसीबी में शिकायत की, जिसके बाद टीम ने थाना प्रभारी को पकड़ा।
पटवारी और क्लर्क भी हुए गिरफ्तार
बीतें शुक्रवार को अलग-अलग मामले में रिश्वत लेते पटवारी और क्लर्क को एसीबी ने रंगेहाथ गिरफ्तार किया। सरगुजा जिले के भिट्ठीकला में पदस्थ पटवारी बीरेंद्रनाथ पांडेय ने फौती चढ़ाने के बदले पांच हजार रुपये की मांगी थी।
वहीं मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर के जनपद पंचायत मनेंद्रगढ़ कार्यालय में पदस्थ क्लर्क सत्येंद्र सिन्हा के विरुद्ध ग्राम पंचायत लालपुर के सरपंच महेंद्र सिंह ने एसीबी अंबिकापुर में शिकायत आबकापुर की थी, जिसमें बतायाकि सीसी रोड और निर्मला घाट योजना के तहत राशि स्वीकृत हुई है। क्लर्क सत्येंद्र ने इस राशि के भुगतान के लिए 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी।
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