जांजगीर-चांपा/नरियरा। छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले अंतर्गत नगर पंचायत नरियरा में बन रहे या बने जल जीवन मिशन से जुड़े निर्माण कार्य पानी की टंकी/स्टेज, पाइपलाइन में स्पष्ट रूप से निर्माण में भारी लापरवाही, कमजोर संरचना और टूट-फूट नजर आ रही है, जो भ्रष्टाचार या घटिया गुणवत्ता की ओर इशारा करती है।
जल जीवन मिशन के तहत नगर पंचायत नरियरा में हुए निर्माण कार्यों में अनियमितता और भ्रष्टाचार के आरोप एक बार फिर उजागर हुए हैं। तस्वीरों में साफ देखा जा सकता है कि सीढ़ियों और रेलिंग में इस्तेमाल किया गया कंक्रीट बेहद कमजोर है। कई स्थानों पर सीमेंट उखड़ चुका है और लोहे की सरिये बाहर दिखाई दे रही हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि
निर्माण कार्य में घटिया सामग्री का उपयोग किया गया,
मानक के अनुसार सीमेंट, रेत और लोहे की मात्रा नहीं डाली गई,
संरचना पूरी तरह सुरक्षित न होने के बावजूद इसे अधूरा छोड़ दिया गया।
ग्रामीणों का कहना है कि जल जीवन मिशन जैसी महत्वपूर्ण परियोजनाओं में की जा रही यह लापरवाही लोगों की जान को खतरे में डाल सकती है। उन्होंने जिला प्रशासन से तत्काल जांच की मांग की है।
सूत्रों के अनुसार मामले की शिकायत उच्च अधिकारियों तक पहुंचा कर संबंधित ठेकेदार व जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई किया जाए।
जल जीवन मिशन के तहत किए जा रहे निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। परियोजना के अंतर्गत बनाई जा रही सीढ़ियों, रेलिंग और ऊपरी संरचनाओं की गुणवत्ता पर अब सवाल उठने लगे हैं। मौके पर ली गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि निर्माण कार्य बेहद लापरवाही और घटिया सामग्री के साथ किया गया है, जिसके चलते संरचना शुरू होने से पहले ही टूट-फूट का शिकार हो चुकी है।
सीढ़ियां और रेलिंग पूरी तरह कमजोर, सरिये बाहर निकले
स्थल निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि सीढ़ियों में इस्तेमाल किए गए कंक्रीट की गुणवत्ता संतोषजनक नहीं है। कई भागों में सीमेंट उखड़ चुका है, जबकि एक खंभा पूरी तरह टूटकर केवल लोहे के सरियों के सहारे खड़ा दिख रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार ऐसे निर्माण न केवल परियोजना मानकों का उल्लंघन हैं, बल्कि किसी भी समय हादसे का कारण बन सकते हैं।
स्थानीय लोगों का आरोप – लगभग चार करोड़ रुपए “पैसे खाए गए, गुणवत्ता छोड़ दी गई”
नरियरा के कई नगर वाशियो का आरोप है कि जल जीवन मिशन के नाम पर भारी बजट आया, लेकिन निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखा गया। उनका कहना है कि—
ठेकेदार द्वारा मानक से कम सामग्री का उपयोग किया गया,
निर्माण कार्य की निगरानी नहीं की गई,
जिम्मेदार अधिकारियों ने आंखें मूंद ली,
और काम को जल्दबाजी में अधूरा व असुरक्षित तरीके से छोड़ दिया गया।
ग्रामीणों ने यह भी कहा कि ऐसे महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में घटिया निर्माण से नगर के लोगों के लिए भविष्य में पानी की आपूर्ति और सुरक्षा दोनों प्रभावित होंगी।
जल जीवन मिशन का उद्देश्य और जमीन पर हकीकत
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी जल जीवन मिशन का उद्देश्य हर ग्रामीण और शहरी घर तक स्वच्छ पेयजल पहुंचाना है। इसके लिए भारी बजट और तकनीकी मानदंड निर्धारित किए गए हैं।
लेकिन नरियरा में दिखाई दे रहा निर्माण इस मिशन की छवि पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।
प्रशासन से जांच की मांग
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि समय रहते कार्यवाही नहीं हुई तो भविष्य में बड़े हादसे की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता।
सूत्रों के अनुसार नगर पंचायत में शिकायत संबंधित विभाग में किया गया है संबंधित अधिकारियों और ठेकेदार पर कड़ी कार्रवाई की मांग है।
“सुरक्षा के बिना काम नहीं” – विशेषज्ञों की चेतावनी
तकनीकी विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी सार्वजनिक संरचना में ऐसी खामियां न केवल भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती हैं, बल्कि नागरिकों की जान को खतरे में डालती हैं।
उन्होंने कहा कि इस तरह के निर्माण को तुरंत रोककर दोबारा मानक अनुसार तैयार किया जाना चाहिए।
नगर पंचायत के द्वारा गली का निर्माण कार्य किया गया एवं नाली का मगर गुणवत्ता विहीन सामग्री का प्रयोग किया गया है वह इस प्रकार से है कि राखड़ का उपयोग सबसे अधिक किया गया है सीमेंट का उपयोग नहीं किया गया है जिसकी वजह से गली में धूल उड़ रहा है क्योंकि गुणवत्ता के अनुरूप निर्माण कार्य नहीं किया गया है अगर गली में पानी को अगर डाल दिया जाए तो उस स्थान पर कीचड़ बन जाता है ऐसा गली का निर्माण कार्य किया गया हैं।
ठेकेदार उचित मापदंड के अनुसार कार्य नहीं किया है और 8 इंच का होना चाहिए था जिसे मिट्टी एवं रेती को सबसे ज्यादा डालकर गली की मार्ग को बनाया गया है बरसात के दिनों में ऐसा लगता है कि कीचड़ का साम्राज्य बन जाएगा और साथ ही साथ राहगीरों को परेशानी होगी।
स्ट्रीट लाइट भी सही तरीके के साथ नहीं लगाया गया है जिसके कारण परेशानी हो रही है नरियारा नगर पंचायत की रोड की परिसीमन भगत कुआं से लेकर नरियारा इंडियन गैस एजेंसी तक आता है उस मार्ग में स्ट्रीट लाइट नहीं लगाया गया हैं।
रिपोर्टर राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा।

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