बिलासपुर/मस्तूरी: प्रेस क्लब मस्तूरी के पंजीयन में अनियमितताओं और कथित फर्जीवाड़े को लेकर मामला तूल पकड़ता जा रहा है। प्रेस क्लब से जुड़े कुछ पत्रकारों ने सहायक पंजीयक कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए विस्तृत जांच की मांग की है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है की
समिति के कुछ पदाधिकारियों के दस्तावेज संदिग्ध बताए गए हैं, जिनका सत्यापन आवश्यक है।
यह भी शिकायत में उल्लेख है कि प्रेस क्लब को गलत और अवैध सदस्य जोड़कर संचालित किया जा रहा है, जिससे पत्रकारिता की छवि प्रभावित हो रही है।
नया बड़ा आरोप — वर्तमान अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों की सूची गायब!
शिकायतकर्ताओं ने एक महत्वपूर्ण बिंदु उठाते हुए कहा है कि—
बायलॉज (उपनियमों) में वर्तमान पदाधिकारियों और सदस्यों की सूची दर्ज नहीं है।
इसके बावजूद वर्तमान में एक अध्यक्ष, सचिव और कार्यकारिणी सदस्य कार्य कर रहे हैं।
पत्रकारों का सवाल है कि जब सूची ही उपलब्ध नहीं, ना ही नए सदस्यों का पंजीकरण दिखाया गया है, तो यह लोग प्रेस क्लब मस्तूरी के पदाधिकारी कैसे बने?
शिकायतकर्ताओं ने कहा कि यदि सूची प्रमाणिक नहीं है, तो वर्तमान पदाधिकारियों का पद ग्रहण ही संदेहास्पद है।
पंजीयन निरस्तीकरण की मांग
पत्रकारों ने मांग की है कि—
सभी दस्तावेजों की जांच की जाए,
वर्तमान सदस्यों की प्रमाणिक सूची सार्वजनिक की जाए,
और यदि अनियमितता सिद्ध होती है तो प्रेस क्लब मस्तूरी का पंजीयन निरस्त किया जाए।
शिकायत पर हस्ताक्षर करने वाले स्थानीय पत्रकारों ने कहा कि प्रेस क्लब जैसे संस्था में पारदर्शिता अत्यंत जरूरी है, अन्यथा गलत लोग पत्रकारिता की गरिमा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
फ़िलहाल पंजीयन कार्यालय ने शिकायत प्राप्त कर ली है और शीघ्र जांच शुरू होने की उम्मीद है।


Post a Comment