CG News: छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष और जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रमुख अमित बघेल को पुलिस ने कुछ दिनों पहले भगोड़ा घोषित किया था. साथ ही उनकी जानकारी देने वाले पर 5000 रुपए का इनाम भी घोषित किया था. सिंधी समाज के आराध्य और अग्रवाल समाज के महापुरुष को लेकर विवादित बयान देने के मामले में लगातार पुलिस अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए तलाश में जुटी हुई है. इस बीच जानकारी सामने आई है कि कई दिनों से फरार अमित बघेल 5 दिसंबर को रायपुर में सरेंडर कर सकते हैं.
5 दिसंबर को सरेंडर कर सकते हैं अमित बघेल
जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल 5 दिसंबर को रायपुर के सिविल लाइन थाने में सरेंडर कर सकते हैं. इस दौरान क्रांति सेना घासीदास प्लाजा से कलेक्ट्रेट तक रैली निकालेगी.
अमित बघेल पर 5000 का इनाम
रायपुर पुलिस ने अमित बघेल को भगोड़ा घोषित करते हुए इनाम की घोषणा की है. पुलिस ने अमित बघेल की जानकारी देने वाले के लिए 5 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है.
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अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए छापा
अमित बघेल की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने अलग-अलग टीम गठित कर कई जगहों पर छापा मारा. अमित बघेल के परिचितों के घर पर भी दबिश दी गई. इसके अलावा गिरफ्तारी के लिए रायपुर पुलिस ने अन्य राज्यों की पुलिस से भी संपर्क कर सहयोग मांगा.
क्या है पूरा विवाद?
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पहले रायपुर में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति टूटने की घटना हुई थी. इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए 20 अक्टूबर को छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने एक बयान दिया था. अमित बघेल ने सिंधी हिंदू समाज के आराध्य देवता भगवान झूलेलाल के प्रति अत्यंत असंवेदनशील और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया था. इसके साथ ह उन्होंने अग्रवाल समाज के संस्थापक महाराजा अग्रसेन, स्वर्गीय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे देश के महान राष्ट्रनायकों के प्रति भी अनुचित टिप्पणी की थी.
उनके इस बयान को लेकर देशभर में विरोध शुरू हो गया. साथ ही उनके खिलाफ कई जगहों पर FIR दर्ज की गई और गिरफ्तारी की मांग की गई.

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