Sukma Naxal Surrender: छत्तीसगढ़ में चल रहे नक्सली अभियान को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा जारी अल्टीमेटम के बाद नक्सलियों में आत्मसमर्पण की प्रक्रिया तेजी से बढ़ गई है. इसी क्रम में सुकमा जिले में 48 लाख के इनामी 15 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया. आत्मसमर्पित नक्सलियों में चार नक्सलियों पर आठ-आठ लाख का इनाम और दो नक्सलियों पर पांच लाख का इनाम घोषित था. सभी नक्सलियों ने सुकमा एसपी किरण चव्हाण के समक्ष आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पितों में पांच महिला नक्सली भी शामिल हैं.
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने लाल आतंक के खात्मे की आखरी तारीख का जब से ऐलान किया है, जिसके बाद से ही लगातार नक्सली आत्मसमर्पण कर रहे हैं. सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों के कड़े अभियान का असर नक्सल प्रभावित इलाकों में तेजी से दिखाई दे रहा है. हाल ही में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के सबसे बड़े कमांडर माडवी हिडमा को खत्म करके लाल आतंक को बड़ी चोट दी है.
सुकमा में इन नक्सलियों ने किया आत्मसमर्पण
आत्मसमर्पण करने वालों में 5 महिला नक्सली के साथ 10 पुरुष नक्सली शामिल हैं. ये सभी नक्सली लंबे समय से सुकमा, कोंटा, जगरगुंडा के क्षेत्रों में सक्रिय थे और कई नक्सल घटनाओं में शामिल रहे हैं. आत्मसमर्पण करने वालों नक्सलियों में 4 के ऊपर 8-8 लाख, 2 पर 5-5 लाख, 1 नक्सली पर 3 लाख 1 पर 2 लाख और 1 नक्सली पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित था.
सुरक्षाबलों ने कर दिया हिडमा का अंत
छत्तीसगढ़–आंध्रप्रदेश सीमा पर 18 नवंबर सोमवार सुबह सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच हुई भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने अब तक की सबसे बड़ी सफलता हासिल की थी. इस मुठभेड़ में नक्सलियों का कुख्यात कमांडर और खूनी वारदातों का मास्टरमाइंड हिडमा मार गिराया गया. इसी भिड़ंत में उसकी पत्नी राजे भी ढेर हो गई.
हिडमा के साथ घटनास्थल से सुरक्षाबलों ने 6 नक्सलियों के शव बरामद कर लिए गए थे. हिडमा सुरक्षा एजेंसियों के लिए वर्षों से दहशत का पर्याय बना हुआ था. 43 वर्षीय हिडमा पर कम से कम 26 बड़े हमलों का मास्टरमाइंड होने का आरोप था. ये वही हिडमा था जिसने 2013 के दरभा घाटी नरसंहार और 2017 के सुकमा घात जैसे जघन्य हमलों की साजिश रची थी.

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