ब्यूरो चीफ राकेश कुमार साहू जांजगीर चांपा छत्तीसगढ़ राज्य।
आरुग म्यूजिक रिलीज करेगा जय छत्तीसगढ़ महतारी वंदना
आरुग म्यूजिक रिलीज करेगा 'जय छत्तीसगढ़' महतारी वंदना
'मोर छइयां भुईयां' की रजत जयंती पर आरुग म्यूजिक 27 अक्टूबर को 'जय छत्तीसगढ़' महतारी वंदना गाना रिलीज करेगा।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्वाभिमान और 25 वर्षों की गौरवशाली यात्रा को समर्पित, 'आरुग म्यूजिक' (Arug Music) रविवार को 'जय छत्तीसगढ़' नामक एक भव्य छत्तीसगढ़ महतारी वंदना प्रस्तुत करने जा रहा है। यह गाना आरुग म्यूजिक के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया जाएगा। यह रिलीज एक ऐतिहासिक अवसर पर हो रही है।
आज से 25 साल पहले, 27 अक्टूबर को ही, छत्तीसगढ़ के महानायक अनुज शर्मा की प्रतिष्ठित फिल्म 'मोर छइयां भुईयां' रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने न केवल छत्तीसगढ़ी फिल्म जगत को एक नई शुरुआत दी, बल्कि इसने राज्य के गीत, संगीत, संस्कृति और जीवन शैली को जन-जन से जोड़कर छत्तीसगढ़िया स्वाभिमान को प्रज्वलित किया। 'जय छत्तीसगढ़' महतारी वंदना उसी सपने, मान, सम्मान, पहचान, संस्कृति, प्रकृति और प्रगति को समर्पित है। 'आरुग म्यूजिक' की यह प्रस्तुति सरगुजा से लेकर बस्तर तक फैले विशाल छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और प्रगतिशील यात्रा को एक सूत्र में पिरोती है।
25 साल पहले शुरू हुई थी यात्रा
इस जय गान में छत्तीसगढ़ के कई मूर्धन्य कलाकार एक साथ आकर माँ छत्तीसगढ़ का वंदन कर रहे हैं। आरुग म्यूजिक के निर्माताओं ने कहा- छत्तीसगढ़ राज्य की 25 साल की यात्रा संकल्प से सफलता की कहानी है। हर सफलता से छत्तीसगढ़ की पहचान निखरी है। 'जय छत्तीसगढ़' गान इसी मान, अभिमान और पहचान को समर्पित हमारा एक विनम्र प्रयास है।
कला प्रेमियों से जुड़ने का किया आग्रह
यह गान हर उस सपने, हर संकल्प और हर सफलता का उत्सव है जिसने छत्तीसगढ़ को गढ़ा है। सभी छत्तीसगढ़वासियों और कला प्रेमियों से आग्रह है कि वे 27 अक्टूबर को 'आरुग म्यूजिक' के यूट्यूब चैनल पर 'जय छत्तीसगढ़' जय गान को अवश्य देखें और इस सांस्कृतिक उत्सव का हिस्सा बनें।
मोर छाइयां भुइयां के फिल्म की अपार सफलता के पश्चात इस फिल्म की एक पाठ दो पाठ और बनाकर छत्तीसगढ़ के सिनेमा प्रेमियों के दिल पर राज कर रही है कहा जाता है कि सतीश जैन की जो भी फिल्म बनती है और जनता के लिए समर्पित किया जाता है वह फिल्म सुपरहिट होकर रहता है।
इसी फिल्म की रिलीजिंग के लिए सेंसर सर्टिफिकेट के लिए सतीश जैन फिल्म के सेंसर बोर्ड में गए हुए थे सर्टिफिकेट के लिए मात्र एक लोटा ही बचा हुआ था सारी संपत्ति लगाकर फिल्म का निर्माण किया जैसे ही सेंसर सर्टिफिकेट मिला कि आप जाइए आप अपनी फिल्मों का प्रदर्शन कीजिए दिखाइए हमने आपको सर्टिफिकेट दे दिया सर्टिफिकेट मिलते ही सतीश जैन छत्तीसगढ़ आए और छत्तीसगढ़ में समस्त सिनेमा घर में प्रदर्शित किया अपनी पहली फिल्म को जो की सुपर डुपर हिट होकर रह गया लोटा ही उनका बचा दिया।


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