राजनांदगांव / कॉन्फ्लूएंस कॉलेज राष्ट्रीय सेवा योजना ,बेस्ट प्रैक्टिस सेल , एलुमनी एसोसिएशन एवं मनोकामना मनोविकास मंदबुद्धि शाला के संयुक्त तत्वाधान अवलोकन भ्रमण किया गया l
राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों द्वारा वहां के बच्चों के लिए पासिंग बॉल खेल प्रतियोगिता ,कलर पहचानो खेल प्रतियोगिता के साथ-साथ डांस ,गाना और विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन कर होली के लिए रंग गुलाल और विभिन्न आकर्षक दैनिक आवश्यक सामग्री भी प्रदान किया गया l
कार्यक्रम अधिकारी प्रो. विजय मानिकपुरी ने कहा कि आज एनएस एस के विद्यार्थियों द्वारा मानसिक मंदता स्कूल में अवलोकन हेतु पहुंचे हैं l मानसिक मंदता विद्यार्थियों के बीच में विभिन्न खेल प्रतियोगिताएं, होली गीत ,होली सेलिब्रेशन किया गयाl विद्यार्थियों के ऊपर जब रंग गुलाल लगाया गया तो उनके चेहरे खिल उठे और मस्ती में वह झूमने लगे lहमारा अवलोकन का उद्देश्य भाषा विकास समस्या समाधान, कौशल सीखना, सामाजिक नियमों को सिखाने में होने वाली कठिनाइयों को समझना और अनुकूल व्यवहार तथा सामाजिक अवरोधकों को दूर करने का रहा l
सभी विद्यार्थी ने पूरे मस्ती के साथ रंगोत्सव का आनंद उठाया l
प्राचार्य डॉ. रचना पांडे ने सर्वप्रथम विद्यार्थियों का स्नेह पूर्ण तरीके से स्वागत किया l
कहा कि आज समाज में मंदबुद्धि बालकों के लिए समाज में समायोजित करना बहुत कठिन समस्या है , क्योंकि वे बच्चे सामान्य रूप से थोड़े पिछड़े होते हैं l वह सामाजिक ताने-बाने को समझने में अक्षम होते हैं, आज राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा उनके बीच जाकर मन प्रसन्न हो गयाl सामाजिक कौशल ,उनका व्यक्तिगत देखभाल, उनकी जरूरत ,उनके सीखने के स्तर सभी एक गंभीर चुनौती होती हैl संस्था द्वारा इन चुनौतियों को भली भांति तरीके से दूर किया जा रहा हैl इन गतिविधि के जानने समझने के लिए बीएड के विद्यार्थी अवलोकन हेतु पहुंचे हैं l
मनोविकास शाला के प्राचार्य समीर छतरी ने बताया कि वर्तमान में अठारह विद्यार्थी पंजीकृत हैं और यहां पर प्री प्राइमरी ,प्राइमरी और माध्यमिक स्तर की शिक्षा प्रदान की जाती हैl स्कूल में मानसिक मंदता के स्तर जैसे हल्का मानसिक मंदता, मध्य मानसिक मंदता, गंभीर मानसिक मंदता और गहन मानसिक मंदता वर्गीकरण के अनुसार इन्हें शिक्षण कार्य व गतिविधि कराया जाता हैl इस प्रकार के विकार या तो अनुवांशिक होते हैंl या पर्यावरणीय भी होता है l
राजनांदगांव में मानसिक मंदता वाले बच्चों की संख्या कम हो रही है यह बहुत ही खुशी की बात हैl महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ. मनीष जैन ,आशीष अग्रवाल और संजय अग्रवाल ने संयुक्त रूप से कहा कि मानसिक मंदता वाले विद्यार्थियों को दैनिक जीवन कौशल जैसे कपड़ा पहनना ,बाथरूम का उपयोग करना, खाना ,खाना जैसे समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है lउनके दैनिक दिनचर्या और समस्याओं को जानना ही आज के अवलोकन का मूल उद्देश्य है lऐसे अवलोकन से विद्यार्थियों में समानता और समावेशी के भाव विकसित होगीl आयोजन में प्रिया कुंजम द्वारा विद्यार्थियों को खेल की प्रतियोगिता कराई गई l कार्यक्रम का संचालन कौशल साहू द्वारा किया गया सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत किया गया lविद्यार्थियों को दैनिक उपयोगी सामग्री एवं शैक्षणिक सामग्री जैसे कलर भरने की कॉपी, पेन ,पेंसिल गुलाल रंग और बताशे की माला पहनाकर होली खेला गया l
रंग गुलाल के साथ सभी ने होली मनायाl
महाविद्यालय के प्रीति इंदौरकर विभाग अध्यक्ष एवं बेड चतुर्थ सेमेस्टर तथा द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों की उपस्थिति रही l
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