रायपुर। छत्तीसगढ़ शराब घोटाला मामले में जेल में बंद अनवर ढेबर के साथ ही उसके बेटे शोएब ढेबर और जुनैद ढेबर के खिलाफ रायपुर के दो अलग-अलग थानों में पिता-पुत्रों सहित 8 लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुरानी बस्ती थाने में अपने ही कर्मचारी के घर का ताला तोड़कर कैश और डॉक्यूमेंट चोरी का मामला दर्ज हुआ है वहीं सिविल लाइन थाने में पिता-पुत्रों पर युवती से साइबर स्टॉकिंग का मामला दर्ज हुआ है। दोनों मामलों में फिलहाल किसी की गिरफ्तारी नही हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार शहर के पुरानी बस्ती थाने में मुंबई निवासी इरफान मेघजी ने एफआईआर दर्ज कराई है। इसमें आरोप लगाया है कि वह 2016 में अनवर ढेबर के प्रोजेक्ट ढेबर बिल्डकॉन में काम करने के लिए आया था। उसे 2018 में भाठागांव स्थित ढेबर सिटी लोटस टावर में परिवार सहित रहने के लिए फ्लैट दिया गया था। दिसंबर 2023 में इमरान काम छोड़कर मुंबई चला गया, लेकिन मेरा सामान फ्लैट में ही रखा था। इमरान ने पुलिस को बताया कि 30 मार्च की दोपहर ढेबर सिटी से एक स्टाफ ने उसे कॉल किया और बताया कि मेरे घर में 3-4 लोग ताला तोड़कर घुसे हैं। पूछने पर पता चला कि सोहेल, पापा, निखिल खत्री मौजूद हैं। जबकि अनवर ढेबर वीडियो कॉल पर है। आरोप है कि अनवर ने कॉल पर कहा कि घर में किसी भी हाल में घुसो, ताला तोडऩा पड़े तो तोड़ दो और जो भी सामान हो ले आओ। इसके बाद इमरान 15 अप्रैल को फ्लैट पर लौटा तो पता चला कि उसकी पत्नी की 6 सोने की नथनी, 18-20 हजार रुपए कैश, उसके निजी दस्तावेज, बच्चों के स्कूल सर्टिफिकेट गायब थे।
इमरान ने दूसरी एफआईआर सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई है। इसमें अनवर ढेबर के साथ ही उसके बेटों शोएब ढेबर और जुनैद ढेबर व एक अन्य को आरोपी बनाया गया है। इमरान ने बताया कि वह ढेबर के प्रोजेक्ट में सुपरवाइजऱ के तौर पर काम करता था। जब वह काम छोड़कर चला गया तो उसे डरा-धमकाकर बुलाया गया। चारों आरोपियों ने उससे मारपीट की और जान से मारने की धमकी दी। इमरान ने यह भी आरोप लगाया है कि धमकी देकर उससे किसी लड़की की साइबर स्टॉकिंग कराई गई। आरोप है कि लड़की के मोबाइल से जानकारी निकलवाने के लिए छेड़छाड़ की गई। फिलहाल पुलिस दोनों ही मामलों में जांच पड़ताल कर रही है तथा जल्द आरोपियों की गिरफ्तार कर लेने का दावा कर रही है।
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